Adhyay : 4 Mantra : 59 Back to listings न वारयेद्गां धयन्तीं न चाचक्षीत कस्य चित् । न दिवीन्द्रायुधं दृष्ट्वा कस्य चिद्दर्शयेद्बुधः । । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related