Adhyay : 4 Mantra : 54 Back to listings अधस्तान्नोपदध्याच्च न चैनं अभिलङ्घयेत् । न चैनं पादतः कुर्यान्न प्राणाबाधं आचरेत् । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related