Adhyay : 4 Mantra : 52 Back to listings प्रत्यग्निं प्रतिसूर्यं च प्रतिसोमोदकद्विजम् । प्रतिगु प्रतिवातं च प्रज्ञा नश्यति मेहतः Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related