Adhyay : 4 Mantra : 40 Back to listings नोपगच्छेत्प्रमत्तोऽपि स्त्रियं आर्तवदर्शने । समानशयने चैव न शयीत तया सह । Leave a comment कामातुर होता हुआ भी मासिक धर्म के दिनों में स्त्री से उपभोग न करे और उसके साथ एक बिस्तर पर न सोये । Related