Adhyay : 4 Mantra : 27 Back to listings नानिष्ट्वा नवसस्येष्ट्या पशुना चाग्निमान्द्विजः । नवान्नं अद्यान्मांसं वा दीर्घं आयुर्जिजीविषुः Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related