Adhyay : 4 Mantra : 249 Back to listings नाश्नन्ति पितरस्तस्य दशवर्षाणि पञ्च च । न च हव्यं वहत्यग्निर्यस्तां अभ्यवमन्यते । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related