Adhyay : 4 Mantra : 24 Back to listings ज्ञानेनैवापरे विप्रा यजन्त्येतैर्मखैः सदा । ज्ञानमूलां क्रियां एषां पश्यन्तो ज्ञानचक्षुषा Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related