Adhyay : 4 Mantra : 22 Back to listings एतानेके महायज्ञान्यज्ञशास्त्रविदो जनाः । अनीहमानाः सततं इन्द्रियेष्वेव जुह्वति Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related