निषिद्ध कर्म
. नास्तिकता, वेद की निन्दा और विद्वानों की निन्दा द्वेष, पाखण्ड, अभिमान, क्रोध, उग्रता – तेजी, इनको छोड़ देवें ।
निषिद्ध कर्म
. नास्तिकता, वेद की निन्दा और विद्वानों की निन्दा द्वेष, पाखण्ड, अभिमान, क्रोध, उग्रता – तेजी, इनको छोड़ देवें ।