Adhyay : 4 Mantra : 114 Back to listings अमावास्या गुरुं हन्ति शिष्यं हन्ति चतुर्दशी । ब्रह्माष्टकपौर्णमास्यौ तस्मात्ताः परिवर्जयेत् । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related