Adhyay : 3 Mantra : 286 Back to listings एतद्वोऽभिहितं सर्वं विधानं पाञ्चयज्ञिकम् । द्विजातिमुख्यवृत्तीनां विधानं श्रूयतां इति Leave a comment यह तुम्हें सम्पूर्ण पंच्चयज्ञसम्बन्धी विधान कहा । अब आगे द्विजातियों की मुख्य आजीविका और जीवनचर्या के विधान को सुनो – Related