एतद्वोऽभिहितं सर्वं विधानं पाञ्चयज्ञिकम् । द्विजातिमुख्यवृत्तीनां विधानं श्रूयतां इति

यह तुम्हें सम्पूर्ण पंच्चयज्ञसम्बन्धी विधान कहा । अब आगे द्विजातियों की मुख्य आजीविका और जीवनचर्या के विधान को सुनो –

 

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