Adhyay : 3 Mantra : 256 Back to listings दर्भाः पवित्रं पूर्वाह्णो हविष्याणि च सर्वशः । पवित्रं यच्च पूर्वोक्तं विज्ञेया हव्यसंपदः । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related