Adhyay : 3 Mantra : 204 Back to listings तेषां आरक्षभूतं तु पूर्वं दैवं नियोजयेत् । रक्सांसि विप्रलुम्पन्ति श्राद्धं आरक्षवर्जितम् Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related