Adhyay : 2 Mantra : 59 Back to listings क्षरन्ति सर्वा वैदिक्यो जुहोतियजतिक्रियाः । अक्षरं दुष्करं ज्ञेयं ब्रह्म चैव प्रजापतिः । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related