Adhyay : 2 Mantra : 106 Back to listings मातृश्वसा मातुलानी श्वश्रूरथ पितृश्वसा । संपूज्या गुरुपत्नीवत्समास्ता गुरुभार्यया Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related