Adhyay : 2 Mantra : 105 Back to listings मातुलांश्च पितृव्यांश्च श्वशुरानृत्विजो गुरून् । असावहं इति ब्रूयात्प्रत्युत्थाय यवीयसः Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related