Adhyay : 12 Mantra : 90 Back to listings प्रवृत्तं कर्म संसेव्यं देवानां एति साम्यताम् । निवृत्तं सेवमानस्तु भूतान्यत्येति पञ्च वै Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related