Adhyay : 12 Mantra : 89 Back to listings इह चामुत्र वा काम्यं प्रवृत्तं कर्म कीर्त्यते । निष्कामं ज्ञातपूर्वं तु निवृत्तं उपदिश्यते । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related