Adhyay : 11 Mantra : 84 Back to listings ब्रह्मणः संभवेनैव देवानां अपि दैवतम् । प्रमाणं चैव लोकस्य ब्रह्मात्रैव हि कारणम् । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related