Adhyay : 11 Mantra : 80 Back to listings त्रिवारं प्रतिरोद्धा वा सर्वस्वं अवजित्य वा । विप्रस्य तन्निमित्ते वा प्राणालाभे विमुच्यते Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related