Adhyay : 11 Mantra : 64 Back to listings इन्धनार्थं अशुष्काणां द्रुमाणां अवपातनम् । आत्मार्थं च क्रियारम्भो निन्दितान्नादनं तथा Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related