Adhyay : 11 Mantra : 38 Back to listings प्राजापत्यं अदत्त्वाश्वं अग्न्याधेयस्य दक्षिणाम् । अनाहिताग्निर्भवति ब्राह्मणो विभवे सति । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related