Adhyay : 11 Mantra : 243 Back to listings प्रजापतिरिदं शास्त्रं तपसैवासृजत्प्रभुः । तथैव वेदानृषयस्तपसा प्रतिपेदिरे । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related