Adhyay : 11 Mantra : 220 Back to listings यथा कथं चित्पिण्डानां तिस्रोऽशीतीः समाहितः । मासेनाश्नन्हविष्यस्य चन्द्रस्यैति सलोकताम् । । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related