Adhyay : 11 Mantra : 173 Back to listings अमानुषीषू पुरुष उदक्यायां अयोनिषु । रेतः सिक्त्वा जले चैव कृच्छ्रं सांतपनं चरेत् । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related