Adhyay : 11 Mantra : 146 Back to listings अज्ञानाद्वारुणीं पीत्वा संस्कारेणैव शुध्यति । मतिपूर्वं अनिर्देश्यं प्राणान्तिकं इति स्थितिः Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related