Adhyay : 11 Mantra : 144 Back to listings कृष्टजानां ओषधीनां जातानां च स्वयं वने । वृथालम्भेऽनुगच्छेद्गां दिनं एकं पयोव्रतः Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related