Adhyay : 10 Mantra : 59 Back to listings पित्र्यं वा भजते शीलं मातुर्वोभयं एव वा । न कथं चन दुर्योनिः प्रकृतिं स्वां नियच्छति Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related