पौण्ड्रकाश्चौड्रद्रविडाः काम्बोजा यवनाः शकाः । पारदापह्लवाश्चीनाः किराता दरदाः खशाः ।

यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है .

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