धान्येऽष्टमं विशां शुल्कं विंशं कार्षापणावरम् । कर्मोपकरणाः शूद्राः कारवः शिल्पिनस्तथा

यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है .

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