तपः परं कृतयुगे त्रेतायां ज्ञानं उच्यते । द्वापरे यज्ञं एवाहुर्दानं एकं कलौ युगे

यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है .

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