तस्मिन् देशे उस ब्रह्मावर्त देश में वर्णानां सान्तरालानां पारम्पर्य-क्रमागतः य आचारः वर्णों और आश्रमों का जो परम्परागत आचार है । सः वह सदाचार उच्यते सदाचार कहलाता है ।
तस्मिन् देशे उस ब्रह्मावर्त देश में वर्णानां सान्तरालानां पारम्पर्य-क्रमागतः य आचारः वर्णों और आश्रमों का जो परम्परागत आचार है । सः वह सदाचार उच्यते सदाचार कहलाता है ।