Adhyay : 1 Mantra : 104 Back to listings इदं शास्त्रं अधीयानो ब्राह्मणः शंसितव्रतः । मनोवाग्गेहजैर्नित्यं कर्मदोषैर्न लिप्यते । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related