कुरान समीक्षा : खुदा ने शैतानों की मदद क्यों नहीं ली?

खुदा ने शैतानों की मदद क्यों नहीं ली?

खुदा ने शैतानों की इस डर से मदद नहीं ली थी कि कहीं वे खुदा को ही गुमराह न कर देवें। बतावें कि खुदा का डर सही था या गलत?

देखिये कुरान में कहा गया है कि-

मा अश्हत्तुहुम् खल्कस्समावाति…………।।

(कुरान मजीद परा १५ सूरा कहफ रूकू ७ आयत ५१)

हमने आसमान और जमीन को पैदा करते समय खुद शैतान के पैदा करते समय भी ‘‘शैतानों’’ को नहीं बुलाया और हम ऐसे न थे कि राह भुलाने वालों को अपना मददगार बनाते।

समीक्षा

कुरान में एक शैतान ‘‘इब्लीस’’ का जिक्र आता है पर यहां ‘‘शैतानों’’ अर्थात बहुत से शैतान होने की बात कही गई है। खुदा ने इसी डर से दुनियां बनाते वक्त शैतानों की मदद नहीं ली थी कि वे कहीं खुदा को भी भुलावे में डाल कर गुमराह न कर देवें? खुदा का डर मुनासिब ही था

हो सकता है सारे शैतान मिलकर खुदा पर हावी हो जाते या खुदा के काम को बिगड़वा देते। खुदा ने बड़ी ही समझदारी से काम लिया था।

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