कुरान समीक्षा : खुदा के पास असल किताब है

खुदा के पास असल किताब है

खुदा ने असली कि किताब दुनिया में क्यों नहीं भेजी ताकि लोग उससे फायदा उठा सकते ? यह नकली किताब क्यों भेज दी है? उस असल किताब से खुदा क्या फायदा उठाता है?

देखिये कुरान में कहा गया है कि-

यम्हुल्लाहु मा यशाउ व युस्बितु…………।।

(कुरान मजीद पारा १३ सूरा राद रूकू ६ आयत ३९)

खुदा जिसको चाहे मिटा देता है और (जिसको चाहता है) कायम रखता है और उसी के पास असल किताब है।

समीक्षा

अरबी खुदा भी किताबें पढ़ता है और डायरी रखता है ताकि झंझटों व परेशानियों के कारण सब कुछ भूल न जावे। जिसकी याद्दाश्त कमजोर हो उसे हर बात लिखकर रखना बिल्कुल मुनासिब ही है।

नोट- बादामपाक ओर शँखपुष्पी खाने से भी स्मरणशक्ति अर्थात् याद्दाश्त तेज हो जाती है, यह सभी को फायदा करता है। खुदा चाहे तो इस्तेमाल कर सकता है और फायदा उठा सकता है, इनके प्रयोग करने से किसी रियेक्श्न काभी डर नहीं है, क्योंकि ये प्योर आयुर्वेदक औषधियाँ हैं।

अगर ये कारगार न हों तो- ‘‘स्वमूत्र चिकित्सा पद्धति’’ का भी सहारा लिया जा सकता है । वह भी प्राकृतिक शीरप हैं इसको प्रयोग करने के बाद हमारा दावा है कि उसकी याद्दाश्त तेज हो जायेगी और ये रजिस्टर आदि रखने से सदा-सदा के लिए छुटकारा मिल जायेगा।’’

‘‘लाजपत राय अग्रवाल’’

(वैदिक मिशनरी)

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